Monday, December 30, 2019

दुनिया में यहाँ होते हैं सबसे ज़्यादा अखरोट

अब इन चार दोषियों अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक महीने के भीतर अपनी-अपनी क्यूरेटिव याचिका दायर करनी होगी. चारों दोषियों के पास यह अंतिम क़ानूनी सहारा बचा है. इसके बाद उनके पास एक संवैधानिक सहारा बचेगा और वह है राष्ट्रपति के पास दया याचिका का.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारत में क़ानून के बड़े जानकार और वरिष्ठ अधिवक्ता मानते हैं कि इस मामले के चारों दोषियों को जल्दी ही फांसी हो जाएगी. इन चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है और अब क्यूरेटिव और दया याचिका ही दो अंतिम विकल्प बाकी बचे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

माना जा रहा है कि इन दोनों रास्तों पर भी दोषियों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इस घटना को बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है. निर्भया मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मोहन परासरन कहते हैं, ''यह माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार महीनों में इन चारों दोषियों को फांसी हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परासरन ने बीबीसी से कहा, ''उन्हें जल्दी ही फांसी की सज़ा हो जाएगी. क्योंकि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है. मेरे ख़याल से इस पूरे मामले में हुई बर्बरता को देखते हुए उनकी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका पर भी ग़ौर नहीं किया जाएगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.सी. कौशिक का भी मानना है कि आने वाले दो तीन महीनों में दोषियों को फांसी दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''मेरे विचार से क्यूरेटिव और दया याचिका दोनों ही ख़ारिज हो जाएंगी. यह मामला बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में है. इस मामले के दोषियों के पास जो भी क़ानूनी और संवैधानिक विकल्प हैं वो दो-तीन महीनों में समाप्त हो जाएंगे.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कौशिक यह भी कहते हैं कि अब इस मामले में दो-तीन महीने से ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.

बीबीसी के साथ बातचीत में वो कहते हैं, ''जैसे कि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है इसके बाद उनकी क्यूरेटिव और दया याचिका भी ख़ारिज हो सकती है तो ऐसे में सभी दोषियों को फांसी मिलने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आपराधिक मामलों के वकील विकास पाहवा कहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द एक बेहतर और तर्कपूर्ण अंत होना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''एक तयशुदा वक़्त यानी दो-तीन महीने में सभी क़ानूनी विकल्प पूरे हो जाएंगे और इसके बाद दोषियों को फांसी निश्चित हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीन दोषी अक्षय, पवन और विनय के वकील ए.पी. सिंह का कहना है कि उनके तीनों मुवक्किल ग़रीब परिवारों से आते हैं इसलिए उन्हें कम सज़ा दी जानी चाहिए और उन्हें सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए.

बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ''मेरे सभी मुवक्किलों को सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए. वो ग़रीब हैं और उन्हें एक मौक़ा मिलना चाहिए कि वो भी देश के अच्छे नागरिक के तौर पर ख़ुद को साबित कर सकें.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चारों अपराधी, मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश में इन सभी को मौत की सज़ा देने पर मंज़ूरी दी गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले 13 सितंबर 2013 को ट्रायल कोर्ट ने सभी दोषियों को मौत की सज़ा सुनाई थी.

इसके बाद 5 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने भी दोषियों की सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसे 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस समय जिस बेंच ने वह पुनर्विचार याचिका ख़ारिज की थी उसके अध्यक्ष जस्टिस दीपक मिश्रा थे. उन्होंने इस घटना को 'सदमे की सुनामी' बताया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अपने लंबे चौड़े फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अपराधियों के बर्ताव को जानवरों जैसा बताया था और कहा था कि ऐसा लगता है कि ये पूरा मामला ही किसी दूसरी दुनिया में घटित हुआ जहां मानवता के साथ बर्बरता की जाती है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक मेडिकल छात्रा के साथ छह पुरुषों ने एक चलती बस में गैंगरेप किया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चार दोषियों के अलावा एक प्रमुख आरोपी राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी.

एक अन्य अपराधी जो घटना के वक़्त नाबालिग़ साबित हुआ था, उसे सुधारगृह भेजा गया था. साल 2015 में उसे सुधारगृह से रिहा कर दिया गया था. इस अपराधी का नाम ज़ाहिर नहीं किया जा सकता. इसे अगस्त 2013 में तीन साल सुधारगृह में बिताने की सज़ा सुनाई गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब यह अपराधी व्यस्क हो चुका है, लेकिन तय नियमों के अनुसार उन्होंने अपनी सज़ा पूरी कर ली है. अब वो एक चैरिटी संस्था के साथ है क्योंकि बाहर उन्हें सुरक्षा का ख़तरा बना हुआ है.

देश की राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया मामले के चारों दोषियों का केस अब लगभग पूरा होने वाला है. इन चारों पर गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अंतिम पुनर्विचार याचिका को ख़ारिज किया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस आर. भानुमति की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने इस याचिका को ख़ारिज करते हुए कहा, ''हम दोषी साबित हो चुके अक्षय कुमार की याचिका ख़ारिज करते हैं. उनकी याचिका पर दोबारा विचार करने जैसा कुछ नहीं है.'' इस पीठ में जस्टिस अशोक भूषण और ए.एस. बोपन्ना भी थे.

अब इन चार दो अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक मषियों अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक महीने के भीतर अपनी-अपनी क्यूरेटिव याचिका दायर करनी होगी. चारों दोषियों के पास यह अंतिम क़ानूनी सहारा बचा है. इसके बाद उनके पास एक संवैधानिक सहारा बचेगा और वह है राष्ट्रपति के पास दया याचिका का.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारत में क़ानून के बड़े जानकार और वरिष्ठ अधिवक्ता मानते हैं कि इस मामले के चारों दोषियों को जल्दी ही फांसी हो जाएगी. इन चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है और अब क्यूरेटिव और दया याचिका ही दो अंतिम विकल्प बाकी बचे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

माना जा रहा है कि इन दोनों रास्तों पर भी दोषियों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इस घटना को बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है. निर्भया मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.

पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मोहन परासरन कहते हैं, ''यह माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार महीनों में इन चारों दोषियों को फांसी हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परासरन ने बीबीसी से कहा, ''उन्हें जल्दी ही फांसी की सज़ा हो जाएगी. क्योंकि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है. मेरे ख़याल से इस पूरे मामले में हुई बर्बरता को देखते हुए उनकी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका पर भी ग़ौर नहीं किया जाएगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.सी. कौशिक का भी मानना है कि आने वाले दो तीन महीनों में दोषियों को फांसी दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''मेरे विचार से क्यूरेटिव और दया याचिका दोनों ही ख़ारिज हो जाएंगी. यह मामला बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में है. इस मामले के दोषियों के पास जो भी क़ानूनी और संवैधानिक विकल्प हैं वो दो-तीन महीनों में समाप्त हो जाएंगे.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कौशिक यह भी कहते हैं कि अब इस मामले में दो-तीन महीने से ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बीबीसी के साथ बातचीत में वो कहते हैं, ''जैसे कि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है इसके बाद उनकी क्यूरेटिव और दया याचिका भी ख़ारिज हो सकती है तो ऐसे में सभी दोषियों को फांसी मिलने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आपराधिक मामलों के वकील विकास पाहवा कहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द एक बेहतर और तर्कपूर्ण अंत होना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''एक तयशुदा वक़्त यानी दो-तीन महीने में सभी क़ानूनी विकल्प पूरे हो जाएंगे और इसके बाद दोषियों को फांसी निश्चित हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीन दोषी अक्षय, पवन और विनय के वकील ए.पी. सिंह का कहना है कि उनके तीनों मुवक्किल ग़रीब परिवारों से आते हैं इसलिए उन्हें कम सज़ा दी जानी चाहिए और उन्हें सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ''मेरे सभी मुवक्किलों को सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए. वो ग़रीब हैं और उन्हें एक मौक़ा मिलना चाहिए कि वो भी देश के अच्छे नागरिक के तौर पर ख़ुद को साबित कर सकें.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चारों अपराधी, मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश में इन सभी को मौत की सज़ा देने पर मंज़ूरी दी गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले 13 सितंबर 2013 को ट्रायल कोर्ट ने सभी दोषियों को मौत की सज़ा सुनाई थी.

इसके बाद 5 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने भी दोषियों की सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसे 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस समय जिस बेंच ने वह पुनर्विचार याचिका ख़ारिज की थी उसके अध्यक्ष जस्टिस दीपक मिश्रा थे. उन्होंने इस घटना को 'सदमे की सुनामी' बताया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अपने लंबे चौड़े फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अपराधियों के बर्ताव को जानवरों जैसा बताया था और कहा था कि ऐसा लगता है कि ये पूरा मामला ही किसी दूसरी दुनिया में घटित हुआ जहां मानवता के साथ बर्बरता की जाती है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक मेडिकल छात्रा के साथ छह पुरुषों ने एक चलती बस में गैंगरेप किया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चार दोषियों के अलावा एक प्रमुख आरोपी राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी.

एक अन्य अपराधी जो घटना के वक़्त नाबालिग़ साबित हुआ था, उसे सुधारगृह भेजा गया था. साल 2015 में उसे सुधारगृह से रिहा कर दिया गया था. इस अपराधी का नाम ज़ाहिर नहीं किया जा सकता. इसे अगस्त 2013 में तीन साल सुधारगृह में बिताने की सज़ा सुनाई गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब यह अपराधी व्यस्क हो चुका है, लेकिन तय नियमों के अनुसार उन्होंने अपनी सज़ा पूरी कर ली है. अब वो एक चैरिटी संस्था के साथ है क्योंकि बाहर उन्हें सुरक्षा का ख़तरा बना हुआ है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

देश की राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया मामले के चारों दोषियों का केस अब लगभग पूरा होने वाला है. इन चारों पर गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अंतिम पुनर्विचार याचिका को ख़ारिज किया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस आर. भानुमति की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने इस याचिका को ख़ारिज करते हुए कहा, ''हम दोषी साबित हो चुके अक्षय कुमार की याचिका ख़ारिज करते हैं. उनकी याचिका पर दोबारा विचार करने जैसा कुछ नहीं है.'' इस पीठ में जस्टिस अशोक भूषण और ए.एस. बोपन्ना भी थे.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब इन चार दोषियों अक्षय, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को एक महीने के भीतर अपनी-अपनी क्यूरेटिव याचिका दायर करनी होगी. चारों दोषियों के पास यह अंतिम क़ानूनी सहारा बचा है. इसके बाद उनके पास एक संवैधानिक सहारा बचेगा और वह है राष्ट्रपति के पास दया याचिका का.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारत में क़ानून के बड़े जानकार और वरिष्ठ अधिवक्ता मानते हैं कि इस मामले के चारों दोषियों को जल्दी ही फांसी हो जाएगी. इन चारों दोषियों की पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है और अब क्यूरेटिव और दया याचिका ही दो अंतिम विकल्प बाकी बचे हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

माना जा रहा है कि इन दोनों रास्तों पर भी दोषियों को कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि इस घटना को बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा गया है. निर्भया मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.

पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मोहन परासरन कहते हैं, ''यह माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार महीनों में इन चारों दोषियों को फांसी हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

परासरन ने बीबीसी से कहा, ''उन्हें जल्दी ही फांसी की सज़ा हो जाएगी. क्योंकि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है. मेरे ख़याल से इस पूरे मामले में हुई बर्बरता को देखते हुए उनकी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका पर भी ग़ौर नहीं किया जाएगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वरिष्ठ वकील और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के.सी. कौशिक का भी मानना है कि आने वाले दो तीन महीनों में दोषियों को फांसी दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''मेरे विचार से क्यूरेटिव और दया याचिका दोनों ही ख़ारिज हो जाएंगी. यह मामला बेहद जघन्य अपराध की श्रेणी में है. इस मामले के दोषियों के पास जो भी क़ानूनी और संवैधानिक विकल्प हैं वो दो-तीन महीनों में समाप्त हो जाएंगे.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कौशिक यह भी कहते हैं कि अब इस मामले में दो-तीन महीने से ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.

बीबीसी के साथ बातचीत में वो कहते हैं, ''जैसे कि उनकी पुनर्विचार याचिका ख़ारिज हो चुकी है इसके बाद उनकी क्यूरेटिव और दया याचिका भी ख़ारिज हो सकती है तो ऐसे में सभी दोषियों को फांसी मिलने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

आपराधिक मामलों के वकील विकास पाहवा कहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द एक बेहतर और तर्कपूर्ण अंत होना चाहिए.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

वो कहते हैं, ''एक तयशुदा वक़्त यानी दो-तीन महीने में सभी क़ानूनी विकल्प पूरे हो जाएंगे और इसके बाद दोषियों को फांसी निश्चित हो जाएगी.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तीन दोषी अक्षय, पवन और विनय के वकील ए.पी. सिंह का कहना है कि उनके तीनों मुवक्किल ग़रीब परिवारों से आते हैं इसलिए उन्हें कम सज़ा दी जानी चाहिए और उन्हें सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए.

बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ''मेरे सभी मुवक्किलों को सुधरने का एक मौक़ा मिलना चाहिए. वो ग़रीब हैं और उन्हें एक मौक़ा मिलना चाहिए कि वो भी देश के अच्छे नागरिक के तौर पर ख़ुद को साबित कर सकें.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चारों अपराधी, मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने मार्च 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश में इन सभी को मौत की सज़ा देने पर मंज़ूरी दी गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले 13 सितंबर 2013 को ट्रायल कोर्ट ने सभी दोषियों को मौत की सज़ा सुनाई थी.

इसके बाद 5 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने भी दोषियों की सभी अपीलों को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद तीन दोषियों पवन, विनय और मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसे 9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उस समय जिस बेंच ने वह पुनर्विचार याचिका ख़ारिज की थी उसके अध्यक्ष जस्टिस दीपक मिश्रा थे. उन्होंने इस घटना को 'सदमे की सुनामी' बताया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अपने लंबे चौड़े फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अपराधियों के बर्ताव को जानवरों जैसा बताया था और कहा था कि ऐसा लगता है कि ये पूरा मामला ही किसी दूसरी दुनिया में घटित हुआ जहां मानवता के साथ बर्बरता की जाती है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक मेडिकल छात्रा के साथ छह पुरुषों ने एक चलती बस में गैंगरेप किया था.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

चार दोषियों के अलावा एक प्रमुख आरोपी राम सिंह ने ट्रायल के दौरान ही तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी.

एक अन्य अपराधी जो घटना के वक़्त नाबालिग़ साबित हुआ था, उसे सुधारगृह भेजा गया था. साल 2015 में उसे सुधारगृह से रिहा कर दिया गया था. इस अपराधी का नाम ज़ाहिर नहीं किया जा सकता. इसे अगस्त 2013 में तीन साल सुधारगृह में बिताने की सज़ा सुनाई गई थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अब यह अपराधी व्यस्क हो चुका है, लेकिन तय नियमों के अनुसार उन्होंने अपनी सज़ा पूरी कर ली है. अब वो एक चैरिटी संस्था के साथ है क्योंकि बाहर उन्हें सुरक्षा का ख़तरा बना हुआ है. मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

Thursday, December 19, 2019

नागरिकता संशोधन क़ानून: जामिया स्टूडेंट्स के समर्थन में बॉलीवुड से किसने क्या कहा? #SOCIAL

नागरिकता संशोधन क़ानून और प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स पर पुलिस की कार्रवाई के ख़िलाफ़ कुछ बॉलीवुड कलाकारों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने रविवार को CAA के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के दौरान आगज़नी की घटनाओं के बाद दिल्ली पुलिस पर स्टूडेंट्स के साथ ज़्यादती करने के आरोप हैं.

कई वायरल वीडियोज़ में दिल्ली पुलिस स्टूडेंट्स को पीटती हुई नज़र आई थी. हालांकि पुलिस का कहना है कि हिंसक हुई भीड़ को काबू करने के लिए क़ानून का पालन किया गया.

जामिया की घटना के बाद सोमवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी समेत देश के कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया.

अभिनव सिन्हा, अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू के बाद अब इन स्टूडेंट्स के समर्थन में बॉलीवुड के कई और कलाकार आ गए हैं.

हालांकि अमिताभ बच्चन, आमिर, सलमान और शाहरुख़ ख़ान ने इस मुद्दे पर अब तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह
आयुष्मान खुराना ने ट्वीट किया, ''स्टूडेंट्स के साथ जो हुआ उससे बेहद परेशान हूं और ये निंदनीय है. हम सभी को प्रदर्शन करने का अधिकार है. हालांकि इन प्रदर्शनों के बाद न ही हिंसक घटनाएं होनी चाहिए और न ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाना चाहिए. मेरे देशवासियों, ये गांधी का देश है. अहिंसा ही हथियार होना चाहिए. लोकतंत्र में यक़ीन रखना चाहिए.''

मनोज वाजपेयी ने लिखा, ''ऐसा दौर हो सकता है जब अन्याय को रोकने के लिए हमारे पास ताकत न हो. लेकिन कभी भी ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम विरोध तक न कर पाएं. मैं स्टूडेंट्स और उनके लोकतांत्रिक अधिकारों के साथ हूं. प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स के साथ हिंसा की मैं निंदा करता हूं.''

परिणिति चोपड़ा ने ट्वीट किया, ''अगर कोई नागरिक अपने विचार रखता है और उसे ये झेलना पड़ता है तो कैब छोड़िए...हमें बस बिल पास करना चाहिए और अपने देश को लोकतंत्र बिलकुल नहीं कहना चाहिए. अपने विचार रखने वालों की ऐसी पिटाई? बर्बर.''

विकी कौशल लिखते हैं, ''जो हो रहा है और जिस तरह से हो रहा है, वो बिलकुल सही नहीं है. शांतिपूर्ण तरीक़े से अपनी बात रखने का सभी को हक़ है. हिंसा और हंगामा दोनों ही निराशाजनक है. किसी भी हालात में नागरिकों का लोकतंत्र से भरोसा नहीं उठना चाहिए.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

ऋचा ने एक ट्वीट में लिखा, ''ये सब दिल दुखाने वाला है. किस सभ्य देश में ऐसा होता है? आख़िर गलत क्या किया है? लाइब्रेरी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स पर आंसू गैस के गोले कौन छोड़ता है? इसे बिलकुल जायज़ नहीं ठहराया जा सकता.''

अनुभव सिन्हा और अनुराग कश्यप भी इन मुद्दों को लेकर ट्विटर पर काफ़ी सक्रिय हैं.

अनुभव सिन्हा लिखते हैं, ''जब वकीलों ने दिल्ली पुलिस को पीटा था, तब मैं दिल्ली पुलिस के समर्थन में खड़ा था.''

दीया मिर्ज़ा ने ट्वीट किया, ''भारत के स्टूडेंट्स के साथ खड़ी हूं. आइडिया ऑफ इंडिया को बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा.''

समीत नाम के यूज़र ने अक्षय कुमार के पुलिस की पिटाई वाले वीडियो को लाइक करने पर एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में लिखा था, ''मैं अक्षय कुमार की बहुत इज़्ज़त करता हूं. बिना 'रीढ़ की हड्डी' के मार्शल आर्ट्स में ट्रेनिंग लेना बहुत मुश्किल रहा होगा.''

अनुराग कश्यप ने इस ट्वीट को री-ट्वीट किया. जब एक यूज़र ने पूछा कि अनुरामुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रहग क्या आप अक्षय कुमार के बारे में यही सोचते हैं?

अनुराग कश्यप जवाब देते हैं- बिलकुल.

अक्षय कुमार ने ट्वीट किया था, ''जामिया मिल्लिया स्टूडेंट्स वाले वीडियो को ग़लती से लाइव किया था. मैं स्क्रॉल कर रहा था और ग़लती से बटन दब गया. जैसे ही मुझे अहसास हुआ, मैंने अनलाइक कर दिया. मैं ऐसी किसी भी हरकत का समर्थन नहीं करता हूं.''

इससे पहले सोमवार को कुछ सितारों ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी.

तापसी पन्नू ने लिखा था , ''ये शुरुआत है या अंत. ये जो भी है लेकिन नए नियम लिखे जा रहे हैं. जो इनमें फिट नहीं होगा, वो अंजाम भुगतेगा.''

राजकुमार राव ने लिखा था, ''स्टूडेंट्स के मामले में पुलिस ने जिस तरह से हिंसा का प्रयोग किया, मैं उसकी निंदा करता हूं. लोकतंत्र में सभी को विरोध प्रदर्शन करने का हक़ है. सार्वजनिक संपत्ति को जिस तरह से नुकसान पहुंचाया गया, मैं उसकी भी निंदा करता हूं. हिंसा किसी भी चीज़ का समाधान नहीं हो सकती.''

बॉलीवुड की कुछ हस्तियां जब ट्विटर पर काफ़ी प्रतिक्रिया दे रही हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तब सोशल मीडिया पर एक तबका बॉलीवुड कलाकारों के बोलने पर आपत्ति ज़ाहिर कर रहा है और दूसरा सबका इन मुद्दों पर न बोलने वालों को निशाने पर ले रहा है.

नागरिकता संशोधन क़ानून और प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स पर पुलिस की कार्रवाई के ख़िलाफ़ कुछ बॉलीवुड कलाकारों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने रविवार को CAA के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के दौरान आगज़नी की घटनाओं के बाद दिल्ली पुलिस पर स्टूडेंट्स के साथ ज़्यादती करने के आरोप हैं.

कई वायरल वीडियोज़ में दिल्ली पुलिस स्टूडेंट्स को पीटती हुई नज़र आई थी. हालांकि पुलिस का कहना है कि हिंसक हुई भीड़ को काबू करने के लिए क़ानून का पालन किया गया.
मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह
जामिया की घटना के बाद सोमवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी समेत देश के कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया.

अभिनव सिन्हा, अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू के बाद अब इन स्टूडेंट्स के समर्थन में बॉलीवुड के कई और कलाकार आ गए हैं.

हालांकि अमिताभ बच्चन, आमिर, सलमान और शाहरुख़ ख़ान ने इस मुद्दे पर अब तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

आयुष्मान खुराना ने ट्वीट किया, ''स्टूडेंट्स के साथ जो हुआ उससे बेहद परेशान हूं और ये निंदनीय है. हम सभी को प्रदर्शन करने का अधिकार है. हालांकि इन प्रदर्शनों के बाद न ही हिंसक घटनाएं होनी चाहिए और न ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाना चाहिए. मेरे देशवासियों, ये गांधी कामुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह देश है. अहिंसा ही हथियार होना चाहिए. लोकतंत्र में यक़ीन रखना चाहिए.''

मनोज वाजपेयी ने लिखा, ''ऐसा दौर हो सकता है जब अन्याय को रोकने के लिए हमारे पास ताकत न हो. लेकिन कभी भी ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम विरोध तक न कर पाएं. मैं स्टूडेंट्स और उनके लोकतांत्रिक अधिकारों के साथ हूं. प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स के साथ हिंसा की मैं निंदा करता हूं.''

परिणिति चोपड़ा ने ट्वीट किया, ''अगर कोई नागरिक अपने विचार रखता है और उसे ये झेलना पड़ता है तो कैब छोड़िए...हमें बस बिल पास करना चाहिए और अपने देश को लोकतंत्र बिलकुल नहीं कहना चाहिए. अपने विचार रखने वालों की ऐसी पिटाई? बर्बर.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

विकी कौशल लिखते हैं, ''जो हो रहा है और जिस तरह से हो रहा है, वो बिलकुल सही नहीं है. शांतिपूर्ण तरीक़े से अपनी बात रखने का सभी को हक़ है. हिंसा और हंगामा दोनों ही निराशाजनक है. किसी भी हालात में नागरिकों का लोकतंत्र से भरोसा नहीं उठना चाहिए.''

ऋचा ने एक ट्वीट में लिखा, ''ये सब दिल दुखाने वाला है. किस सभ्य देश में ऐसा होता है? आख़िर गलत क्या किया है? लाइब्रेरी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स पर आंसू गैस के गोले कौन छोड़ता है? इसे बिलकुल जायज़ नहीं ठहराया जा सकता.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अनुभव सिन्हा और अनुराग कश्यप भी इन मुद्दों को लेकर ट्विटर पर काफ़ी सक्रिय हैं.

अनुभव सिन्हा लिखते हैं, ''जब वकीलों ने दिल्ली पुलिस को पीटा था, तब मैं दिल्ली पुलिस के समर्थन में खड़ा था.''

दीया मिर्ज़ा ने ट्वीट किया, ''भारत के स्टूडेंट्स के साथ खड़ी हूं. आइडिया ऑफ इंडिया को बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा.''मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

समीत नाम के यूज़र ने अक्षय कुमार के पुलिस की पिटाई वाले वीडियो को लाइक करने पर एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में लिखा था, ''मैं अक्षय कुमार की बहुत इज़्ज़त करता हूं. बिना 'रीढ़ की हड्डी' के मार्शल आर्ट्स में ट्रेनिंग लेना बहुत मुश्किल रहा होगा.''

अनुराग कश्यप ने इस ट्वीट को री-ट्वीट किया. जब एक यूज़र ने पूछा कि अनुराग क्या आप अक्षय कुमार के बारे में यही सोचते हैं?
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अनुराग कश्यप जवाब देते हैं- बिलकुल.

अक्षय कुमार ने ट्वीट किया था, ''जामिया मिल्लिया स्टूडेंट्स वाले वीडियो को ग़लती से लाइव किया था. मैं स्क्रॉल कर रहा था और ग़लती से बटन दब गया. जैसे ही मुझे अहसास हुआ, मैंने अनलाइक कर दिया. मैं ऐसी किसी भी हरकत का समर्थन नहीं करता हूं.''

इससे पहले सोमवार को कुछ सितारों ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तापसी पन्नू ने लिखा था , ''ये शुरुआत है या अंत. ये जो भी है लेकिन नए नियम लिखे जा रहे हैं. जो इनमें फिट नहीं होगा, वो अंजाम भुगतेगा.''

राजकुमार राव ने लिखा था, ''स्टूडेंट्स के मामले में पुलिस ने जिस तरह से हिंसा का प्रयोग किया, मैं उसकी निंदा करता हूं. लोकतंत्र में सभी को विरोध प्रदर्शन करने का हक़ है. सार्वजनिक संपत्ति को जिस तरह से नुकसान पहुंचाया गया, मैं उसकी भी निंदा करता हूं. हिंसा किसी भी चीज़ का समाधान नहीं हो सकती.''

बॉलीवुड की कुछ हस्तियां जब ट्विटर पर काफ़ी प्रतिक्रिया दे रही हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

तब सोशल मीडिया पर एक तबका बॉलीवुड कलाकारों के बोलने पर आपत्ति ज़ाहिर कर रहा है और दूसरा सबका इन मुद्दों पर न बोलने वालों को निशाने पर ले रहा है. मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

Friday, December 13, 2019

पासपोर्ट पर कमल क्यों, विदेश मंत्रालय ने दी सफ़ाई- पांच बड़ी ख़बरें

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार का कहना है कि नए भारतीय पासपोर्टों पर कमल छापने का फ़ैसला सुरक्षा वजहों से लिया गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उन्होंने कहा कि कमल भारत का राष्ट्रीय पुष्प है और इसीलिए विदेश मंत्रालय ने फ़र्जी पासपोर्टों से निबटने के लिए इसे छापना शुरू किया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

रवीश कुमार का यह स्पष्टीकरण बुधवार को लोकसभा में विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों द्वारा इस बारे में सवाल पूछने के बाद आया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

रवीश कुमार ने कहा कि नए भारतीय पासपोर्ट पर कलम का फूल छापने का निर्णय तय दिशानिर्देशों के मुताबिक़ ही लिया गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

उन्होंने कहा, "अभी हम पासपोर्ट पर कमल का फूल छाप रहे हैं. हो सकता है कल को कुछ और छापें. ये भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों में से ही कोई एक होगा जैसे कि राष्ट्रीय पुष्प या राष्ट्रीय पशु."मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

कांग्रेस नेता एमके राघवन ने बुधवार को लोकसभा में शून्य काल में भारतीय पासपोर्ट पर कमल छापे जाने का मुद्दा उठाया था और कहा था कि चूंकि यह बीजेपी का चुनाव चिह्न भी है, इसलिए ये 'भगवाकरण' की ओर एक और कदम है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

पिछले छह वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है जब नवंबर महीने में खाने-पीने की चीज़ों में महंगाई दर दो अंकों में पहुंच गई है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसो) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2013 के बाद से पहली बार पिछले महीने नवंबर में खाद्य महंगाई दर 10.1 फ़ीसदी हो गया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इसके अलावा नवंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5.54 फ़ीसदी पर पहुंच गई और औद्योगिक उत्पादन दर घटकर 3.8 फ़ीसदी पर आ गया. खामुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रहद्य मंहगाई दर पर नज़र डालें तो अगस्त के बाद से इसमें तेज़ी से बढ़त देखी गई है.

अगस्त महीने में यह 2.99 फ़ीसदी था जो सितंबर में बढ़कर 5.11 फ़ीसदी, अक्टूबर में 7.89 फ़ीसदी और नवंबर 10.1 फ़ीसदी तक पहुंच गया.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप मामले में मौत की सज़ा पाने वाले चार दोषियों में से एक अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को सुनवाई करेगा.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

अक्षय कुमार ने वर्ष 2017 में सुनाए गए मृत्युदंड के फैसले पर अदालत से पुनर्विचार करने की मांग की है. तीन जजों की पीठ इस पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इससे पहले पिछले साल इस मामले के तीन अन्य दोषी, मुकेश, पवन गुप्ता और विनय शर्मा की पुनर्विचार याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ख़ारिज कर चुका है. कोर्ट ने कहा था कि इन दोषियों के मृत्युदंड पर पुनर्विचार करने का कोई आधार नहीं है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है. राष्ट्रपति ने इस पर गुरुवार देर रात हस्ताक्षर किए और इसी के साथ यह विधेयक अब क़ानून का रूप ले चुका है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

नागरिकता संशोधन विधेयक संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में पहले ही पारित हो चुका है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

इस क़ानून के मुताबिक़ 31 दिसंबर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लाशदेश और अफ़गानिस्तान से भारत आए हिंदू, बौद्ध,जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता दे दी जाएगी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

देश के अलग-अलग हिस्सों में, ख़ासकर पूर्वोत्तर भारत में इस क़ानून का ज़ोरशोर से विरोध हो रहा है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

न्यूज़ीलैंड में सेना ने व्हाइट आइलैंड नाम के ज्वालामुखी के पास से छह लोगों के शव बरामद किए हैं.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

सोमवार को अलग-अलग देशों के लगभग 50 पर्यटक इस ज्वालामुखी को देखने गए थे, जब ये अचानक फट पड़ा. इसमें अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

20 अन्य लोग अभी भी गंभीर रूप से जले हुए हैं, जिन्हें आईसीयू में रखा गया है.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

शवों को बरामद करना एक जोख़िम वाला काम था क्योंकि ज्वालामुखी में फिर से विस्फोट की आशंका थी.मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह

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Wednesday, December 4, 2019

香港航空:持续的“反送中”抗议让其困境雪上加霜

香港第三大航空公司香港航空上周宣布削减班次、延迟发放部份员工的工资和停止提供机上的娱乐系统服务。香港政府发表声明,认为香港航空的财政问题“迅速恶化”,要求对方解释能否在限期前取得足够资金维持公司正常运作,否则可能会撤消它的营运牌照。

其母公司中国海航集团周一(12月2日)晚些时候在一份呈交给上海交易所的文件称,其已经与中国国家开发银行等八家银行签订协议,借得合共40亿元人民币的贷款(约合5.68亿美元),用于“下属航空公司经营支出”,但并没有特指此贷款会用于拯救香港航空,使得这家香港公司未来命运依然充满未知。

香港媒体引述香港航空发言人说,近月香港的示威浪潮打击当地旅游业,影响公司的业务和收入。但该公司遇到的问题, 在示威浪潮前早有先兆。

海航集团宣布取得新资金来源后,香港政府未有宣布香港航空是否满足政府的要求。负责发放香港民航航空牌照的空运牌照局早前指出,局方将会在周六(12月7日)决定是否撤销或暂停香港航空的营运牌照。

香港航空早在去年12月就传出财务困难的消息,无法偿还多笔当时到期的债务。公司多次另外寻找投资者注资,又作多次高层变动,维持营运。

这些似乎仍然无法大幅改善它的财务情况。今年6月,香港航空更被海航集团入禀法庭,要求香港航空偿还贷款。

海航集团自己也传出财务困难的消息。它今年2月以低于买入价,卖出香港启德区一块地皮。

香港航空11月4 日宣布从明年2月开始停止来往洛杉矶的航班,同时缩减营运规模,触发最新一轮营运危机。到上周五(11月29日),它再宣布将会暂停来往温哥华、胡志明市和天津的航班。

它同时宣布延迟发放员工11月的薪金。香港政府过了数天发出声明,指香港航空无法一次过支付所有员工薪金,财政状况令人担心它无法继续正常营运,为乘客提供服务。香港运输及房屋局局长陈帆周一(12月2日)会见传媒时透露,政府一向有监察香港航空的运作。

香港目前有四家主要提供民航客运服务的航空公司,包括香港航空、国泰航空、国泰港龙和香港快运。除了香港航空外,其余三家都由国泰航空公司控制。

香港的航空市场多年由国泰垄断,直至主权移交前后才有数家航空公司成立,包括1985年成立的港龙航空公司(国泰港龙的前身)、2001年成立的中富航空(香港航空的前身)、2005年开始提供服务的港联航空(香港快运的前身)和2005年成立的甘泉航空等。

但它们都无法与国泰航空公司竞争。其中,甘泉航空在2008年倒闭,而港龙航空公司和香港快运先后都被国泰收购。

香港媒体引述当地中文大学航空政策研究中心政策研究主任罗祥国说,受香港示威浪潮影响,当地游客数字大跌,香港航空的乘客数字也跟随下降。

他又认为香港市场无法支持两家主要航空公司,而且即使香港航空成功渡过这次难关,旅客也会担心它可能再次陷入困局,打乱自己的外游计划而不敢购买它的机票。

Monday, November 25, 2019

中国“间谍”王立强 叛逃与诈骗的对立说法

英国驻港领馆前职员郑文杰在中国大陆被拘事件各执一词引人关注之际,澳大利亚媒体报道了“叛逃”中国间谍王立强的新闻再次引起轰动。

本周出现的两个新闻热点,有一个共同之处:外媒的报道与中国官方的说法完全相反。

在中国方面指王立强“涉案在逃”之前,澳大利亚媒体报道称,中国间谍王立强“冒着生命危险出逃”,揭露了北京情报机构如何通过操纵媒体、渗透大学,干预香港抗议运动和台湾选举,并在澳洲开展业务。

澳大利亚报道称,现年27岁的王立强10月在向澳洲安全情报组织(ASIO)提供的宣誓声明中说:“我本人曾涉入并参与了一系列间谍活动”, 如果返回中国,可能会被拘留并判刑。他目前在澳洲寻求庇护。

澳大利亚以及世界多家媒体报道这一消息后,作为中国官方的回应,上海公安局静安区分局发布微博,确认了王立强的真实姓名,但指他是“无业,系涉案在逃人员。”

静安区公安局微博称,“2016年10月,王立强因诈骗罪被福建省光泽县人民法院判处有期徒刑一年零三个月,缓刑一年零六个月。2019年2月,王立强虚构进口汽车投资项目诈骗束某460余万元人民币。2019年4月19日,上海市公安局静安分局以涉嫌诈骗罪对王立强进行立案侦查。”

“2019年4月10日,王立强前往香港。经核查,其所持有的所谓中华人民共和国护照证件和香港永久居民身份证件均系伪造证件。”

中国媒体在报道中还指所谓“中国特工叛逃澳大利亚?当骗子遇到骗子,到底谁骗谁?

中国国台办发言人马晓光则表示,大陆方面从不介入台湾地区选举。相关报道完全是无稽之谈。“谁在这个时候炮制这样一个消息,谁才是意图干涉影响台湾选举,谋取不正当选举利益。”

就在王立强“揭秘”中国情报部门活动的前一天,澳大利亚前情报局长邓肯·路易斯(Duncan Lewis)在卸任后的首次媒体采访中表示,中国通过全面系统的“间谍行为”来操弄澳大利亚的政治体制。

对此,中国外交部发言人耿爽回应说,“已经多次作过回应。我懒得再重复了”,并提醒澳大利亚方面“对自己国家的政治体制要稍微自信一点”。

Monday, October 21, 2019

أول مهمة نسائية خالصة خارج مركبة فضائية

حققت كريستينا كوتش وجيسيكا مير، رائدتا الفضاء بوكالة علوم الفضاء الأمريكية (ناسا)، إنجازا تاريخيا بإتمام أول مهمة نسائية خالية خارج مركبة في الفضاء.

واستمرت المهمة سبع ساعات خارج المحطة الفضائية الدولية على سطح القمر من أجل استبدال وحدة تحكم في الطاقة معطلة.

وشاركت كوتش في أربع مهام خارج المركبة في الفضاء. لكنها المهمة الأخيرة هي الأولى من هذا النوع لرائدة الفضاء مير، وهي المرأة رقم 15 التي تنفذ مهمة خارج مركبة أو محطة فضائية.

ووجه الرئيس الأمريكي دونالد ترامب، في مكالمة عبر الفيديو، التهنئة لرائدتي الفضاء الأمريكيتين على هذا الإنجاز.

وهبطت كوتش، وهي مهندسة كهرباء، ومير، الحاصلة على شهادة الدكتوراة في علوم الطبيعة البيولوجية، بسترة الفضاء الخاصة بوكالة ناسا الساعة 11:38 بتوقيت غرينتش الجمعة. واتجهت دون مركبة فضائية إلى موقع يُعرف باسم "منفذ 6" في إحدى البنايات لاستبدال وحدة شحن وتفريغ البطاريات هناك.

وعادت الرائدتان إلى غرفة معادلة الضغط ومعهما الوحدة المعطلة، والتي من المقرر أن تُشحن على سفينة الفضاء "سبايس إكس دراغون" الخاصة بالإمدادات بهدف إخضاعها لفحص على الأرض.

وغردت كامالا هاريس، المرشحة الديمقراطية المحتملة للرئاسة الأمريكية، على حسابها على موقع التواصل الاجتماعي تويتر قائلة إنه إنجاز "أكثر من تاريخي".

وأعلنت ناسا في مارس/ آذار الماضي أن كوتش سوف تشارك في أول مهمة نسائية خالصة للعمل خارج المركبات في الفضاء مع زميلتها آنا ماكلين، لكن هذه الخطة أُلغيت لعدم توافر سترة فضائية تناسب ماكلين قبل موعد المهمة.

وكانت المرأة الأولى التي تسير في الفضاء هي الروسية سفيتلانا سافتيسكايا التي نفذت مهمة خارج المحطة الفضائية الروسية سالوت7 استمرت ثلاث ساعات في 25 يوليو/ تموز 1984.

أما أول شخص قام بمهمة خارج مركبة في الفضاء فهو رائد الفضاء الروسي أليكساي ليونوف، الذي توفي في وقت سابق من الشهر الجاري.

وكشفت ناسا الثلاثاء الماضي النقاب عن نسخة تجريبية من سترة الفضاء الجديدة التي قد يرتديها رواد الفضاء في المستقبل على سطح القمر.

وأطلقت الوكالة على السترة الجديدة "سترة القمر"، والمعروفة فنيا بوحدة التحرك الاستكشافي خارج المركبات في الفضاء، التي يمكن ضبط قياساتها حسب حجم رائد أو رائدة الفضاء مهما كان الشكل أو الحجم.

Tuesday, October 8, 2019

"Московское дело": Мосгорсуд оставил в силе приговор Даниле Беглецу

Мосгорсуд оставил без изменений приговор фигуранту "Московского дела" Данилу Беглецу, получившему два года колонии по обвинению в применении насилия к представителю власти.

По мнению правозащитников, Беглец вообще не участвовал в несанкционированном митинге 27 июля и стал случайной жертвой полиции, а жесткий приговор ему был призван запугать оппозицию.

В последнем слове на рассмотрении апелляции осужденный, который ранее никогда не был замечен ни в политической, ни в противоправной деятельности, кратко просил суд проявить гуманность: "Как указали мои защитники, мои действия были спонтанными. Они были обусловлены, как мне показалось, не совсем правомерными действиями полиции. Я не хотел наносить ему вред, у меня не было средств для этого, я просто отдернул его руку. Я пришел в центр, чтобы встретится с другом по работе".

Осужденный просил суд избрать наказание, не связанное с лишением свободы, поскольку он единственный кормилец для семьи; адвокаты просили изменить приговор с колонии общего режима на срок в колонии-поселении или штраф.

Однако судья Елена Иванова постановила оставить приговор без изменений.

После оглашения решения судьи мать Беглеца громко разрыдалась, сообщает корреспондент Би-би-си из Мосгорсуда.

Это уже второй подтвержденный приговор, связанный с волной протестов этого лета. Четвертого октября Мосгорсуд отказался смягчить наказание жителю Подмосковья Владиславу Синице, получившему пять лет лишения свободы за комментарий в "Твиттере", в котором речь шла о детях силовиков, проводивших жесткие задержания граждан в Москве.

В сентябре ряд арестованных по "московскому делу" был освобожден, и уголовное дело о якобы имевших место "массовых беспорядках" было прекращено. Сразу после оглашения решения Мосгорсуда по апелляции Данилы Беглеца на улице были задержаны двое фигурантов этого дела: Алексей Миняйло и Владислав Барабанов стояли у здания суда в пикете с плакатами в поддержку осужденного.

"Побойтесь Бога, отпустите Беглеца", - гласит плакат в руках предпринимателя, организатора благотворительных проектов Алексея Миняйло.

В начале заседания судья зачитала, что вменяется подсудимому в вину: "Беглец, препятствуя осуществлению потерпевшим Никитиным [полицейским - Би-би-си] задержания правонарушителя, схватил руку и сильно сдавил запястье, тем самым принёс физическую боль представителю власти".

Судья также перечислила и доводы адвоката: это чрезмерная суровость наказания, положительные характеристики и тот факт, что Беглец загладил нанесённый потерпевшему ущерб, выплатив Никитину 10 тысяч рублей.

Адвокат также указывал, что Беглец - не просто формальный предприниматель, а производит уникальные конструкции - "парящие кровати" - и без него предприятие не сможет работать дальше.

Защита подчеркивала, что Беглец выразил желание оплатить любое лечение полицейского и выплатить компенсацию морального вреда, но Никитин сказал, что в этом не нуждается. Беглец является единственным кормильцем в семье, на иждивении у него двое маленьких детей.

Monday, September 30, 2019

Мое тело - мое дело. Могут ли стриптизерши быть феминистками?

Городской совет британского города Шеффилд отказался отзывать лицензию у местного стрип-клуба Spearmint Rhino ("Мятный носорог"). Несмотря на протесты феминистских организаций Великобритании, заведение продолжает работать.

Дебаты о закрытии стрип-клубов в разных городах страны идут не первый месяц. В конце прошлого года в Бристоле активистки требовали лишить лицензии заведение Urban Tiger ("Городской тигр").

Затем недовольные стриптизом феминистки обратили внимание на Манчестер и Шеффилд, в ответ на это танцовщицы вышли на митинг с лозунгами "Мое тело - мое дело" и "Героини тверк-класса" (Лозунг Twerking Class Heroes созвучен названию песни Джонна Леннона Working Сlass Нero - "Герой рабочего класса"), требуя оставить их в покое и дать спокойно работать.

Против стрип-клубов в Великобритании выступает, в частности. "Партия за равноправие женщин" (Women's equality party). Ее руководство настаивает на том, что стриптиз превращает женщину в сексуальный объект, унижая и эксплуатируя её.

"Это не только про конкретных женщин и их права. Это про нас всех как про общество, которое считает эту ситуацию нормальной", - заявила лидер партии в Шеффилде Шарлотта Мид в интервью британскому телеканалу Channel 4.

Со стрип-клубами также активно борется группа активисток "Меня этим не купишь". В начале года они попросили нескольких мужчин прийти в стрип-клуб Spearmint Rhino со скрытой камерой. Те провели съемку и заявили о нарушениях. По словам снимавших, шесть танцовщиц ласкали друг друга перед клиентами.

"У нас не было другого выбора, кроме как тайно провести съемку. Три женщины публично заявляли о домогательствах в этом клубе. Нарушения там находили не только мы, но и городской совет. Но заведение продолжает работать, ему продлевают лицензию. Речь идет не о конкретном клубе, а о всей индустрии - такие же нарушения мы встречаем в каждом третьем стрип-клубе страны", - заявила Русской службе Би-би-си председатель движения Саша Ракофф.

"Невозможно сосчитать, сколько раз клиенты в клубе хватали и лапали меня. Менеджеры просто говорили - такая уж работа, следует этого ожидать. Меня постоянно обзывали: называли шлюхой или куском дерьма. Ты как человек второго сорта", - утверждает на записи танцовщица Джемма.

Ракофф уверена, что все стриптизерши страдают от психологических проблем, сложных отношений в семье и низкой самооценки. При этом они мало зарабатывают и постоянно подвергаются насилию в клубе.

С такими утверждениями спорят многие танцовщицы, и не только в Великобритании. В их числе блогер Тиана Джованович из Австралии. Девушка ведет свой канал на YouTube и подкаст, в которых, среди прочего, рассказывает о том, каково это - быть стриптизершей.

В интервью Русской службе Би-би-си Тиана говорит, что не испытывает проблем с самооценкой и довольна своей работой. При этом она подчеркнула, что поведение клиентов в клубе действительно может выходить за рамки дозволенного.

Friday, September 20, 2019

Бельгийский F-16 упал во Франции. Пилот запутался в высоковольтных проводах

На северо-западе Франции разбился бельгийский истребитель F-16. Оба пилота катапультировались, но парашют одного из них зацепился за провода высоковольтной линии электропередачи и пилот некоторое время там провисел.

На спасение висящего на проводах пилота понадобилось два часа. Местная пресса сообщает, что напряжение в этих проводах достигает 250 тыс. вольт.

Истребитель летел на высоте в 500 метров, сказал командующий ВВС Бельгии Фредерик Вансина.

Самолет вылетел из бельгийской провинции Намюр и направлялся на французскую базу Лорьен в Бретани, примерно в 30 километрах от места, где он разбился.

Французская газета Le Télégramme опубликовала фотографию висящего на проводах пилота.

"Им было нужно время для того, чтобы его спасти. Надо было отключить электроток. Я был в контакте с ним по телефону, и он говорит, что чувствует себя хорошо", - сказал генерал-майор Вансина.

Обоих пилотов осмотрели в больнице и выписали.

На других фотографиях с места событий видны столб черного дыма и поврежденная крыша дома, находящегося всего в 50 метрах от места крушения.

Местный житель Патрик Коффер сказал Le Télégramme, что одно из крыльев самолета сорвало часть крыши его дома и нанесло серьезный ущерб.

Другая местная жительница Синди Ле Глоаник видела, как пилоты катапультировались, и даже сфотографировала этот момент.

На одной из фотографий видны горящие металлические объекты и горящее же кукурузное поле.

Самолет не был вооружен. Истребитель был построен в 1983 году, но, по словам представителей бельгийских ВВС, был в рабочем состоянии.